Atomic Habits Book Review – Best Book on Habits – James Clear

दोस्तों याद रखें कि पहले आप अपनी आदतें बनाते हैं और फिर वही आदतें आपको बना देती हैं फर्स्ट यू मेक हैबिट्स एंड देन योर हैबिट्स मेक यू लेकिन दोस्तों यह कहना बहुत आसान है हर साल के आगाज में हम लोग वादा करते हैं कि हम लोग जिम जाएंगे अपने आप को फिट करेंगे हम लोग बिलखिरिया पीने की जो बुरी आदत है उससे बिलखिरिया इसकी वजह क्या है दूसरा इंपॉर्टेंट सवाल यह है कि क्या कोई सीक्रेट रेसिपी कोई सीक्रेट फार्मूला है जिसको फॉलो करके हम लोग मीनिंगफुल और अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने वाली आदा को अपना सकते हैं मैं ऐसा क्या करूं कि जब मुझे किसी एक अच्छी चीज

की आदत लग जाए तो वह पूरी उम्र छूट ही ना पाए तो दोस्तों घबराए नहीं आज की हमारी बहुत ही इंपॉर्टेंट गुफ्तगू में मैं आपको कुछ ऐसे पॉइंट्स बताऊंगा जिनको सुनकर आप भी अच्छी आदतें अपना पाएंगे कुछ ऐसी बातों पर डिस्कशन होगी जो आपकी जिंदगी बदल देगी लेकिन दोस्तों इसमें ट्विस्ट है आज की हमारी जो गपशप है उसमें मैं अकेला नहीं हूं इसमें मेरा साथ देगा एक ऐसा ऑथर जिसकी ह्यूमन हैबिट्स पर लिखी जाने वाली किताब इस दुनिया की तारीख में बेहतरीन किताब है मैं बात कर रहा हूं जेम्स क्लियर की और इस बुक का नाम है एटॉमिक हैबिट्स [संगीत] देखिए इस बुक का जो पंच है ना वो इसके

टाइटल में छुपा हुआ है और वो है अटॉमिक लेकिन इस वर्ड का आखिर मतलब क्या है इस बुक के कॉन्टेक्स्ट में एटॉमिक का मतलब है वेरी स्मॉल बहुत ही छोटा टाइनी बहुत ही कम लेकिन इस लव्ज एटॉमिक का हमारी हैबिट से आखिर क्या ताल्लुक है देखें सारी गेम जो है ना वो इसी लव्ज एटॉमिक की है इस बुक की सबसे पहली लर्निंग ये है कि बहुत ही स्मॉल टाइनी लिटिल चेंजेज लीड टू बिग रिजल्ट्स इसकी ना मैं आपको एक छोटी सी मिसाल देता हूं इमेजिन एक प्लेन टेक ऑफ करता है एल यानी कि लॉस एंजेलिस से और उसकी मंजिल है न्यूयॉर्क सिटी पायलट ने बेहतरीन सब कुछ

सेट कर ली या सारे कंट्रोल्स चेक कर लिए और बिलखिरिया टेक ऑफ होते ही पायलट ने गलती से जहाज की डायरेक्शन सिर्फ 35° बदल दी और यह मूवमेंट इतनी नेगलिजिबल थी जिसको ना पायलट नोटिस कर सका और ना पैसेंजर्स लेकिन यह सिर्फ 35 डिग्री का छोटा सा एटॉमिक चेंज पूरी गेम बदल देता है इंस्टेड ऑफ लैंडिंग इन न्यूयॉर्क सिटी जहाज पहुंच जाता है वाशिंगटन डीसी इस मिसाल को देने का मकसद यह था कि हम अपनी जिंदगी में छोटी-छोटी चेंजेज को अहमियत नहीं देते हम लोग वेट करते हैं कि हमारी जिंदगी में बहुत बड़ा कुछ इवेंट होगा तब हमारी लाइफ जाके बदलेगी

ना वो बड़ा इवेंट होता है और ना हमारी लाइफ कभी बदलती है यहीं पर मैं आपको हमारी वीडियो का पहला हुक देना चाहता हूं अगर आप सीरियसली चाहते हैं ना कि आपकी लाइफ में बेहतरी आए तो रोजाना छोटी-छोटी आदतों पर काम करना शुरू करें मसलन अगर आप रीडिंग हैबिट डिवेलप करना चाहते हैं तो आप जानते हैं कि मेरा मैथमेटिक्स ऑफ रीडिंग का फार्मूला काफी मशहूर है जिसमें मैंने आपको बताया था कि सिर्फ रोजाना 122 मिनट पढ़ने से आप एक महीने में एक किताब खत्म कर पाएंगे इसी तरह अगर आप रोजाना सिर्फ ₹ 33 जमा करते रहेंगे तो साल के आखिर में आपके पास तकरीबन ₹1 2000000 होंगे और अगर आप

इसको इन्वेस्ट करना शुरू कर दें तो यह अमाउंट कंपाउंड होती जाएगी इसी तरह अगर इस एग्जांपल को आप अपनी सेहत पर लगाएं तो जहां आप वर्कआउट नहीं करते वहीं आप 15 से 20 मिनट जॉगिंग करना शुरू कर दें जिम जाना शुरू कर दें पार्क में चलना शुरू कर दें तो आप आहिस्ता आहिस्ता हेल्दी होते चले जाएंगे इसके पीछे ना एक बड़ा ही इंटरेस्टिंग फॉर्मूला है जो कुछ यूं है अगर आप रोजाना किसी भी हैबिट में किसी भी टास्क में या ओवरऑल अपनी लाइफ में 1 पर इंप्रूवमेंट लाते रहेंगे ना तो 365 दिनों के बाद आप 37 फ बेहतर होंगे अपने आप से 37x दैट्ची का सिर्फ 3 पर रह जाएंगे यानी कि

यू विल बी ऑलमोस्ट डेड है ना जबरदस्त लर्निंग इजेंट इट अ लाइफ चेंजिंग इक्वेशन लेकिन दोस्तों सवाल यह है कि अगर यह इतना ही आसान है तो फिर हम अपनी हैबिट्स को डिवेलप क्यों नहीं कर पाते क्यों हम लोग रोजाना 1 पर इंप्रूव नहीं कर पाते इसकी भी मैं आपको एक लॉजिकल रीजनिंग देता हूं और वह भी देता हूं एक ग्राफ से इस ग्राफ को कहते हैं प्लेटो ऑफ लेटेंट पोटेंशियल इसमें अगर आप देखें कि जब भी हम कोई नई हैबिट डिवेलप करने जाते हैं ना तो हमारे जहन में खाका यह बनता है कि हमारे ये एक्सपेक्टेड रिजल्ट्स होंगे जो स्ट्रेट लाइन में होते हैं मसलन अगर हमने जिम जाना

शुरू किया तो हम एक्सपेक्ट करते हैं कि 2 महीने के अंदर हमारी बॉडी बन जाएगी या फिर हमने डाइट करनी शुरू कर दी तो हम एक्सपेक्ट करते हैं कि 10 दिन में हमारा वेट लॉस हो जाएगा या फिर हमने किताबें पढ़ना शुरू की तो हमें लगता है कि दो महीने के अंदर हम लोग दुनिया का सारा इल्म हासिल कर लेंगे लेकिन माय फ्रेंड्स रियलिटी में प्रैक्टिकल लाइफ में ऐसा नहीं होता जब भी हम कोई नई हैबिट डिवेलप करना चाहते हैं ना तो हम बहुत देर तक बहुत अरसे तक बहुत महीनों तक और इवन कई सालों तक कोई प्रोग्रेस शो नहीं कर पाते और जब ऐसा होता है तो वी फॉल इन द वैली ऑफ डिसपिटर

एक्सपेक्ट हमने क्या किया होता है और जो एक्चुअल रिजल्ट्स होते हैं वो उससे मैच ही नहीं कर रहे होते हम लोग डिस्क हो जाते हैं डिमोटिवेट हो जाते हैं दिल बर्दाश्त हो जाते हैं हमें लगता है कि हम लोग कभी भी अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पाएंगे यहां पर आपने मेरी एक बात हमेशा याद रखनी है इसको अपने रूम में लिख के लगा ले हैबिट्स आर द कंपाउंड इंटरेस्ट ऑफ सेल्फ इंप्रूवमेंट आप कभी भी हैबिट डिवेलप नहीं कर पाएंगे और उससे अच्छे रिजल्ट्स हासिल नहीं कर पाएंगे जब तक आप लॉन्ग टर्म नहीं सोचेंगे यू हैव टू बी डिटरमिन एंड कमिटेड फॉर अ लॉन्ग पीरियड ऑफ टाइम बुक बडी मेरी

लाइफ की ऑब्जर्वेशन यह है कि बहुत बड़े-बड़े इंटेलेक्चुअल लोग बहुत बड़े-बड़े इंटेलिजेंट लोग लॉजिकल लोग जिनके पास बहुत ज्यादा इल्म होता है वो जिंदगी में इतना आगे नहीं जा पाते उसकी वजह यह है कि कहीं ना कहीं उनके अंदर पर्स विरेंस नहीं होती दे आर नॉट कमिटेड लॉन्ग टर्म बिहाइंड अ पर्टिकुलर आइडिया जबकि दूसरी तरफ एक एवरेज इंटेलेक्ट का आदमी जिसके पास इतनी जहान भी नहीं है वह सिर्फ अपनी पर्स वेरें की वजह से और लॉन्ग टर्म कमिटमेंट की वजह से लाइफ में बहुत आगे निकल जाता है हैबिट्स के साथ भी आपने यही करना है रोजाना की बेसिस पर अपने ऊपर काम

करते रहे और यह बुक बडी का वादा है दैट यू विल इवेंचर हो के बाद अगला ऑब् वियस सवाल ये बनता है कि भाई ये हैबिट्स आखिर बनती कैसे हैं इस सवाल का जवाब एक 19 सेंचुरी साइकोलॉजिस्ट एडवर्ड थार्नडाइक ने देने की कोशिश की थॉन डाइक ने एक ब्लैक बॉक्स के अंदर कुछ बिल्लियों को डाला और फिर उसको टाइम किया कि उन्हें कितना टाइम लगता है उस ब्लैक बॉक्स से निकलने में उन्होंने इधर-उधर उस बॉक्स में भागना शुरू किया डिस्पेलर अंदर ना एक लीवर था जिसको अगर बिल्ली पुल करती तो इवेंचर निकल जाती बिल आखिर उनमें से कुछ बिल्लियां उस लीवर को डिस्कवर करके उसको करके उस बॉक्स से बाहर

आ जाती हैं थॉन डाइक इस एक्सपेरिमेंट को दोबारा रिपीट करता है इस बार उन्हीं बिल्लियों के साथ जिन्होंने पहली दफा इस लीवर को दबाया था फिर कुछ देर बिल्लियां स्क्रैंबल करती हैं इवेंचर को डिस्कवर करती हैं और ब्लैक बॉक्स से बाहर आ जाती हैं इन कैट्स को दोबारा दोबारा इस ब्लैक बॉक्स के अंदर डाला जाता है टिल द टाइम सिचुएशन ये आ जाती है कि सिर्फ 6 सेकंड के अंदर वो उस लीवर को दबा के बॉक्स से बाहर आ जाती है यानी कि उनको मालूम हो जाता है उनकी आदत बन जाती है कि उनको वहां से निकलने के लिए क्या करना है इस एक्सपेरिमेंट से थॉर्न डाइक ने बड़ी ही

इंपॉर्टेंट चीज को डिस्कवर किया उसने देखा कि अगर आपने कोई भी हैबिट डिवेलप करनी है ना तो उससे एसोसिएटेड रिवॉर्ड बहुत ही फेवरेबल और जबरदस्त होना चाहिए व्हिच इन दिस केस वाज फ्रीडम ऑफ द कैट्स लिहाजा अगर आपने लाइफ में किसी भी काम करने की आदत डालनी है तो उससे एसोसिएटेड जो रिवर्ड है उसके जो कंसीक्वेंसेस हैं उनको आपने फेवरेबल बनाना है इसी पॉइंट से बढ़ते हैं हम इस किताब के तीसरे बहुत ही इंपॉर्टेंट हुक की तरफ जो कि है हैबिट लूप हैबिट लूप के ना चार स्टेप्स हैं क्यू क्रेविंग रिस्पांस रिवर्ड मसलन आप किसी डार्क रूम में एंटर होते हैं तो सबसे पहले आपको यह

डिजायर होती है कि आप कुछ देख सकें यह हो गया आपका ट्रिगर या फिर क्यू क्रेविंग ये है कि आप अपनी स्टेट में चेंज चाहते हैं आप चाहते हैं कि ये जो सारा अंधेरा है यह गायब होके इस रूम में रोशनी हो जाए यह क्रेविंग आपके अंदर यह रिस्पांस पैदा करती है कि आप अपने हाथ को स्विच की तरफ बढ़ाते हैं और उसे ऑन करते हैं और रिवॉर्ड यह है कि आपके स्विच दबाते ही कमरे में रोशनी हो जाती है और डीप इनसाइड आपको अनकॉन्शियसली खुशी महसूस होती है दोस्तों यह चारों स्टेप्स याद कर लें क्योंकि यह चारों स्टेप्स ही आपकी हैबिट फॉर्मेशन में सबसे ज्यादा मदद करेंगे लेकिन इसको ना थोड़ी और

गहराई में समझते हैं अब आगे भी ना मैं आपको एक मिसाल के थ्रू बढ़ाता हूं हमारा यह चैनल बुक्स के हवाले से है इंफॉर्मेशन के हवाले से अपने आपको को बेहतर बनाने के हवाले से लिहाजा बुक रीडिंग के हैबिट के ऊपर बात करते हैं बहुत अरसा हो गया आप किताबें पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आपका दिल ही नहीं करता उसकी वजह यह है कि आपका जो ट्रिगर पॉइंट है वो सही नहीं है सो द फर्स्ट थिंग दैट यू नी टू डू इज मेक इट ओबवियस किताब पढ़ने के लिए आपको किसी दूसरे रूम में ना जाना पड़े किसी बुक स्टोर में ना जाना पड़े हर वक्त आपके सामने बुक अवेलेबल होनी चाहिए सो आपका

पहला ट्रिगर पॉइंट रीडिंग के लिए यह हो सकता है कि आप अपने बेड साइड के ऊपर दो से तीन बुक्स जरूर रखें मैं भी ऐसे ही करता हूं मेरे बेड के साथ जो साइड टेबल है उस पर बहुत सी किताबें पड़ी होती हैं जब भी मैं सोने के लिए लेट हूं या वैसे कभी लेट हूं तो मैं उनमें से कोई ना कोई बुक सेलेक्ट कर लेता हूं इसी तरह मेरे लैपटॉप के अंदर भी एक से दो बुक्स जरूर मौजूद होती है ताकि जब एयरपोर्ट प मैं बैठा हूं या कहीं भी वेट कर रहा हूं तो मैं ल लैपटॉप बैग से निकाल के उस बुक को पढ़ सकूं इसी तरह आपको मेरी ऑफिस टेबल पर भी बुक्स मिलेंगी मेरी गाड़ी के अंदर भी

बुक्स मिलेंगी मेरी स्टडी के अंदर भी सो दैट व्हेन एवर आई एम फ्री द फर्स्ट थिंग आई सी आर दोज बुक्स सो इन ऑर्डर टू डेवलप द हैबिट यू नीड टू मेक इट ऑब् वियस इस क्यू को मजीद कंक्रीट करने के लिए अब मैं आपको एक ट्रिक देने वाला हूं जिसको कहते हैं इंप्लीमेंटेशन इंटेंशंस देखिए यूजुअली हम लोग कोई भी हैबिट डिवेलप नहीं कर पाते क्योंकि उससे एसोसिएटेड हमारे जहन के अंदर जो कम्युनिकेशन होती है ना वो बहुत ही वेग होती है भाई मुझे किताब पढ़नी है मुझे एक किताब पढ़नी है मुझे 10 किताबें पढ़नी है भाई कब पढ़नी है कितनी देर तक पढ़नी है

कितने पेजेस पढ़ना है यह हमें मालूम ही नहीं होता लिहाजा इंप्लीमेंटेशन इंटेंशन यह कहती है कि आपका जो भी गोल है आपकी जो भी हैबिट है आपने सिगरेट क्विट करनी है आपने जिम जाना शुरू करना है आपने उसको डेफिनेट करना है कंक्रीट करना है मसलन आप यह कह सकते हैं कि एवरी डे एट 10 पीएम पोस्ट माय डिनर आई विल रीड 10 पेजेस ऑफ एनी बुक फॉर 30 मिनट्स अब ये एक डेफिनेट स्टेटमेंट है जो आपको मजबूर कर देगी कि आप इसी व वक्त के ऊपर किताब को उठाएं या फिर आप कह सकते हैं कि फ्रॉम मंडे टू फ्राइडे आई विल गो टू द जिम फॉर 30 मिनट्स बिटवीन 8 टू 8:30 पीएम अब यह भी एक डेफिनेट

स्टेटमेंट होगी राद देन यू सेइंग कि भाई मुझे जिम जाना है आपकी इंप्लीमेंट इंटेंशन जितनी तगड़ी होगी ना उतने ही ज्यादा चांसेस होंगे कि आपकी हैबिट कंक्रीट हो लिहाजा इसके ऊपर जरूर काम कीजिएगा मेक इट डेफिनेट एंड कंसाइनर साइंटिस्ट जेम्स ओल्ड्स और पीटर नर ने ह्यूमन डिजायर के ऊपर एक इंटरेस्टिंग एक्सपेरिमेंट रन किया कुछ इलेक्ट्रोड्स के जरिए उन्होंने रट्ज के अंदर एक हमारा जो न्यूरो ट्रांसमिट होता है ना डोपामिन उसको रिस्ट्रिक्टर दिया डोपामिन दोस्तों हमारी बॉडी के अंदर प्लेजर और मोटिवेशन से एसोसिएटेड एक केमिकल है जब उन रैट्ट पामी बंद हो गया तो

उनके अंदर विल टू लिव ही खत्म हो गई उनको किसी चीज में मजा ही नहीं आता था इस हद तक कि वह जिंदगी से भी बेजार हो गए इस एक्सपेरिमेंट के कुछ ही दिनों बाद प्यास से उन चूहों की जान चली गई है तो थोड़ा सा डिस्टर्बिग एक्सपेरिमेंट लेकिन इससे ह्यूमन साइकोलॉजी के बारे में न्यूरोसाइंटिस्ट को एक बहुत ही इंपॉर्टेंट बात पता चली और वो यह कि जिंदगी में मोटिवेशन की प्लेजर की डोपामिन की बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंस है जितनी कोई चीज अट्रैक्टिव होती है उतनी ही उसको रिपीट करने की पॉसिबिलिटी प्रोबेबिलिटी बढ़ जाती है लेकिन बुक रीडिंग को आप कैसे

अट्रैक्टिव बना सकते हैं इसके लिए भी मैं आपको एक ट्रिक बताता हूं जिसे कहते हैं टेंप्टेशन बंडलिंग टेंप्टेशन बंडलिंग दोस्तों एक जबरदस्त टेक्नीक है जिसमें आप पेयर करते हैं समथिंग दैट यू वांट टू डू विथ समथिंग दैट यू शुड डू सो वांट टू डू आपका कोई भी गिल्टी प्लेजर हो सकता है और शुड डू आपकी रीडिंग हैबिट हो सकती है लेकिन इन दोनों का ब्लेंड कैसे करना है इसकी एक जबरदस्त मिसाल यह है कि आपको चाय या कॉफी बहुत ज्यादा पसंद है लेकिन आप ये चाय या आपकी फेवरेट कैपेचीनो सिर्फ आप तब डिजर्व करेंगे जब आपके हाथ में बुक होगी सो व्हाट यू आर डूइंग इज कि आप किताब की

एक्टिविटी को अपनी फेवरेट एक्टिविटी से रिलेट कर रहे हैं ब्लेंड कर रहे हैं एसोसिएट कर रहे हैं इस तरह आप चाय भी पी पाएंगे और बुक भी पढ़ पाएंगे या फिर आप जिस रूम में रीड कर रहे हैं उसको इतना कूजी बना बना दें उसको इतना रोमांटिक बना दें उसको इतना जबरदस्त कंफर्टेबल बना दें दैट यू लुक फॉरवर्ड टू कमिंग इन दैट रूम एवरी डे या फिर आप यह कर सकते हैं कि मैं सोशल मीडिया सिर्फ तब यूज़ कर पाऊंगा जब मैं रोजाना 30 मिनट्स बुक रीड कर सकूं सो एसेंशियली व्हाट यू आर डूइंग इज यू आर डफ टेलिंग टू हैबिट्स वन दैट यू रियली वांट टू डू एंड वन दैट यू शुड डू इस तरह आपकी

हैबिट डेवलपमेंट के चांसेस बढ़ जाएंगे इसको बाय द वे हैबिट स्टैकिंग भी कहते हैं कोई भी हैबिट डिवेलप करने के लिए यू नीड टू मेक इट इजी यानी कि आपके और उस हैबिट के दरमियान जो फ्रिक्शन है ना वो कम से कम हो यही जो मेक इट इजी वाला रूल है ना यह आप अपनी बैड हैबिट्स को खत्म करने के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं फॉर इंस्टेंस आपको टीवी देखने की बहुत ज्यादा आदत है या फिर आप हर वक्त अपने मोबाइल से जुड़े रहते हैं अब आपने करना यह है कि इंस्टेड ऑफ मेकिंग दीज हैबिट्स इजी यू नीड टू मेक देम वेरी डिफिकल्ट टीवी का स्विच निकाल दें रिमोट

में से बैटरीज निकाल दें कुछ भी ऐसा करें जिससे आपके और टीवी के दरमियान फ्रिक्शन बढ़ सके या फिर अगर आप हर वक्त मोबाइल से जुड़े हुए हैं तो अपने और मोबाइल के दरमियान भी फ्रिक्शन को बढ़ा दें पासवर्ड इतना मुश्किल रख ख इतना लंबा रखें कि आपको अजाब लगे कि यार फिर दोबारा पासवर्ड डालना है और फिर दोबारा मोबाइल को यूज़ करना है मोबाइल की नोटिफिकेशंस बंद कर दें रात को 9:00 बजे के बाद वाई-फाई डाटा को ऑफ कर दें ऑल ऑफ दीज थिंग्स विल हेल्प यू गेट रिड ऑफ योर बैड हैबिट्स और आखिर में है मेक इट सेटिस्फाइंग आपने जो भी आदत डेवलप करनी है जिस भी हैबिट को लाइफ लॉन्ग

अडॉप्ट करना है उसमें यू नीड टू मेक श्यर दैट यू मेक इट सेटिस्फाइंग उससे कोई ना कोई ऐसा रिवॉर्ड एसोसिएट करें सो दैट यू कीप ऑन कमिंग बैक टू इट अगेन एंड अगेन सो बुक बटीज हमने ये तो तो सीख लिया कि हैबिट्स डिवेलप कैसे होती हैं इस बुक एटॉमिक हैबिट से एक और मैंने बड़ी जबरदस्त चीज अडॉप्ट की जिसको मैंने अपनी जिंदगी में भी अप्लाई किया है एंड दैट इज हैबिट ट्रैकिंग इसमें सिंपली आपने करना ये होता है कि आपने एक फ्रेमवर्क डेवलप करना है जिसमें आपने मॉनिटर करना है कि जो आदतें आप डेवलप करना चाह रहे हैं क्या आप उनको फॉलो भी कर रहे हैं या फिर नहीं आप आज के

जमाने में किसी भी एकल शीट का इस्तेमाल कर सकते हैं किसी भी मोबाइल ऐप का यूज कर सकते हैं सो दैट यू नो दैट व्हाट यू आर डूइंग आर यू ऑन ट्रैक र नॉट आई सिंपली यूज अ नोटबुक जिसके अंदर मैं लिखता हूं कि मुझे कौन सी अच्छी आदाज को डिवेलप करना है और किन हैबिट्स को अडन करना है एंड आई रेगुलरली कीप अ ट्रैक ऑफ देम याद रखिए एनीथिंग दैट कैन नॉट बी मेजर्ड इज वर्थ नथिंग इस किताब में जेम्स क्लियर ने एक और पाथ ब्रेकिंग बात की है व्हिच इज वेरी काउंटर इंटूटिव हमें सारी उम्र सिखाया जाता है कि आपकी लाइफ में गोल्स होने चाहिए ऑब्जेक्टिव होना चाहिए कोई ना कोई

एक ऐसा गोल पोस्ट होना चाहिए जिसको आप अचीव करने के लिए तग दो करें जेम्स क्लियर कहता है ये बेकार की बातें हैं नेवर सेट गोल्स इन फैक्ट सेट हैबिट्स सेट ट अ सिस्टम लेकिन आखिर इस बात का मतलब क्या है वो लिखता है कि जो गोल्ड ड्रिवन अप्रोच होती है ना उसके अंदर कुछ लूप होल्स हैं कुछ मसाइल हैं फॉर एग्जांपल ओलंपिक्स या किसी भी स्पोर्ट्स के अंदर जो एथलीट्स होते हैं उन सबका एक ही गोल होता है दैट दे हैव टू बी द विनर उन्हें नंबर वन स्पॉट चाहिए लेकिन हर रेस में कोई फर्स्ट आता है और कोई लास्ट लिहाजा विनर्स एंड लूजर्स हैव द सेम गोल इसका मतलब यह हुआ दैट देयर

इज नो डिफरेंस बिटवीन विनिंग एंड लूजिंग लिहाजा विनिंग के ऊपर फोकस करने की बजाय अगर आप एक रेसर हैं एक एथलीट हैं तो यू शुड फॉल इन लव विद द प्रोसेस इंस्टेड ऑफ एस्पायरिंग कि आप नंबर वन आएंगे आपको कहना यह चाहिए दैट यू वांट टू बी अ ग्रेट एथलीट गोल सेटिंग में दूसरा प्रॉब्लम यह है दैट इट इज फ्लीटिंग आपने किसी भी चीज का इरादा किया आपने कोई भी गेम खेला या कोई भी स्पोर्ट्स खेली या किसी भी कंपटीशन में पार्ट लिया आप फर्स्ट आए आपने एंजॉय किया एंड इवेंचर ऑल फिजल अवे जबकि दूसरी तरफ गोल से प्यार करने की बजाय अगर आप सिस्टम से प्रोसेस से प्यार करना शुरू कर देंगे

ना तो यह चीज आपकी आइडेंटिटी का हिस्सा बन जाएगी फॉर एग्जांपल आप गिटार सीखना चाहते हैं तो आपका गोल गिटार सीखना नहीं होना चाहिए आपका गोल होना चाहिए दैट यू वांट टू बी अ म्यूजिशियन ओनली देन यू विल बी एबल टू डेवलप अ लाइफ लोंग हैबिट गोल सेटिंग में एक और मसला यह है दैट इट रिस्ट्रिक्ट्स योर हैप्पीनेस जब तक आप उसको अचीव नहीं कर लेते जितने महीने जितने साल लगते हैं तब तक आप उसको एंजॉय नहीं कर पाते ऑन द अदर हैंड इफ यू मेक द सिस्टम अ पार्ट ऑफ योर आइडेंटिटी एंड योर पर्सनालिटी यू विल एंजॉय द एंटायस ऐसा करने से अगर आप रेस ना जीते आप फर्स ना भी

आए आपने कंपटीशन ना भी विन किया एटलीस्ट यू एंजॉयड द प्रोसेस गोल सेटिंग का आखरी और बहुत बड़ा मेजर प्रॉब्लम यह है दैट इट इज एट ऑड्स विद लॉन्ग टर्म प्रोग्रेस आपने एक चीज के लिए स्ट्राइव किया तग दो की मेहनत की स्ट्रगल की इवेंचर गोल अचीव हो गया तो आपने उसको गिव अप कर दिया इसको मैं अपनी youtube3 करता हूं इंस्टेड ऑफ रनिंग आफ्टर सब्सक्राइबर्स मैंने गोल यह बनाया है कि भाई मुझे हफ्ते के अंदर दो से तीन वीडियो जरूर प्रोड्यूस करनी है इस सिस्टम को मैंने अपनी पर्सनालिटी अपनी अपनी आइडेंटिटी का हिस्सा बनाने की कोशिश की है ताकि इस चीज को मैं लाइफ लॉन्ग कंटिन्यू

कर सकूं राद देन रनिंग आफ्टर स्पेसिफिक माइलस्टोंस इस किताब का आखिरी और बहुत ही इंपैक्टफुल लेसन है बिहेवियर चेंज के हवाले से जो बिहेवियर चेंज की थ्री लेयर्स की बात करता है एक है आउटकम बेस्ड एक है प्रोसेस बेस्ड और एक है आइडेंटिटी बेस्ड आउटकम बेस्ड बिहेवियर चेंज होता है जैसे आप गोल सेट करते हैं कि भाई मुझे रमजान के अंदर चार किलो वेट लूज करना है या फिर मुझे इस साल अपनी किताब पब्लिश करनी है या फिर 2025 के एंड तक मुझे प्रमोशन हासिल करनी है अब ये टास्क बेस या आउटकम बेस बिहेवियर चेंज है यूजुअली ये इतना लॉन्ग टर्म नहीं होता एक चीज आपने अचीव कर ली तो

द बिहेवियर एवेंचुरा डाउन दूसरा है प्रोसेस बेस्ड बिहेवियर चेंज इसमें आप उस आउटकम को अचीव करने के लिए प्रोसेस को फॉलो करते हैं किसी भी हैबिट को अडॉप्ट करते हैं जो मैंने आपको पहले बताया और आखरी में है आइडेंटिटी बेस्ड बिहेवियर चेंज ये सबसे ज्यादा लॉन्ग टर्म और फ्रूटफुल है क्योंकि इसके अंदर आप अपनी आइडेंटिटी अपनी शना क्त को बदल रहे होते हैं आप अपने बिलीफ सिस्टम को अपने एटीट्यूड को एंड मोस्ट इंपोर्टेंट अपने थॉट प्रोसेस को अपनी पर्सनालिटी को बदल रहे होते हैं और एक बार जब आपने किसी भी चीज को अपनी शख्सियत का अपने एटीट्यूड का

अपने नेचर का हिस्सा बना लिया ना तो फिर उससे दूरी बहुत मुश्किल हो जाती है लिहाजा कोशिश ये करें कि गोल ये ना रखें कि आपने वेट लूज करना है गोल ये रखें दैट यू हैव टू बी फिट गोल ये ना रखें कि एक महीने या एक साल के अंदर आपने इतनी नंबर ऑफ किताबें पढ़नी है गोल ये रखें दैट यू हैव टू बिकम अ रीडर गोल ये ना रखें कि आपने गिटार से सीखना है या पियानो सीखना है गोल ये रखें दैट यू हैव टू बी अ म्यूजिशियन गोल ये ना रखें कि आपने यूट्यूब बनना है इन्फ्लुएंस बनना है आपने इतने मिलियन सब्सक्राइबर्स हासिल करने हैं गोल ये रखें कि आपने हर

हफ्ते दो से तीन वीडियोस प्रोड्यूस करनी है ऐसा करने से ही आप वो हैबिट्स डिवेलप कर पाएंगे व्हिच विल इवेंचर बीइंग दोस्तों लाइफ में ये छोटी-छोटी आदतें ही इवेंचर अप होके कंपाउंड होके आपको कामयाब करती हैं अब आपने करना यह है कि एक लिस्ट बनाए उन हैबिट्स की व्हिच यू वांट टू अडॉप्ट या व्हिच यू थिंक विल मेक योर लाइफ बेटर और उन आदतों को एलिमिनेट करना शुरू करें डिस्ट्रॉय करना शुरू करें अबन करना शुरू करें जो आपको नीचे लेके जा रही हैं इवेंचर रखें लाइफ में आपके साथ जो कुछ भी होगा ना उसका बहुत गहरा ताल्लुक आपकी हैबिट से है इस बात को आपने कभी नहीं भूलना वीडियो

पसंद आया हो तो लाइक बटन जरूर प्रेस कीजिएगा अटिल नेक्स्ट टाइम गुड बाय

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