झाल हेलो दोस्तों साल है 1999 दिसंबर के महीने में लाहौर पुलिस को एक ऐसा खत मिलता है जो उनको हिला के रख देता है उस खत में एक शख्स इस बात का तरफ करता है कि उसने सौ बच्चों को रेप करके मर्डर किया है पुलिस अब इन्वेस्टिगेशन करती है तो उन्हें मालूम होता है कि दरिंदा नश्ल बच्चों को मार के उनके टुकड़े करके उन्हें तेज़ाब में डाल देता था फाइनली पुलिस अधीक्षक जावेद इकबाल को पकड़ लेती है कोर्ट उसको सजा-ए-मौत की सजा देती है पर इससे पहले कि उसकी सजा तक मिल पाएं वहीं किसी कमेंट कर लेता है इसी तरह इंडिया में एक शख्स चंद्रकांत झा ने
पूरी दिल्ली पुलिस को आगे लगाया था जब वह दिन दहाड़े तिहार जेल के बाहर उन लोगों के जिस्म के टुकड़े रख देता था जिनको वह बेदर्दी से मारता था हर बॉडी के साथ ही थिएटर रखता था जिसमें पुलिस को गालियां देने के साथ-साथ एक चैलेंज होता था कि मुझे पकड़ सकते हो तो पकड़ लो इसी तरह शिक्षक स्टैंड कैसे इंच की ने 17 साल तक अमेरिकन सिक्योरिटी एजेंसीज को लगा के रखा जिसके दौरान उसने कई बम ब्लास्ट किए जिनके जरूरत इन लोगों की जान भी चली गई अनयूजुअल बाद टेस्ट कि यह थी कि वह बलात्कार इंटेलिजेंस शक था उसका आईक्यू 170 प्लस था उसमें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन
दिया और यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन से मैथमेटिक्स में पीएचडी किया और उसके बाद यूसी बर्कले में मैथमेटिक्स बढ़ाना शुरू की लेकिन दो ही साल में उसने यूनिवर्सिटी छोड़ दी और दूर कहीं बिल्डर नस में जाकर कैद में रहने लगा टेंडर टारगेट ज्यादातर यूनिवर्सिटीज और एयरलाइंस होती थी आखिर इसकी क्या रिज़र्व थी मीणा इसकी वजह बहुत ही ज्यादा अजीबोगरीब ऑरेंज बॉईल है जो मैं आपको वीडियो के लास्ट में बताऊंगा दोस्तों आखिर क्या वजह है कि लोग साइकोपैथ तो कितना ब्रूटल मडर कर देते हैं आपने ही जानने वालों का कभी-कभी अपने बहन भाई का अपने मां-बाप और इवन अपने बीवी बच्चों का
क्यों कोई भी शख्स हो प्रिंटर और सीरियल किलर बन जाता है यह आपको एकदम नॉर्मल नजर आने वाला शख्स अंदर से इतना ट्विस्टेड और कांप्लेक्स होता कि आज की वीडियो में ब्रेकडाउन करेंगे इस उजड़े हुए मसले को सुलझाने के लिए मेरे सब बने रहिए और चैनल को सब्सक्राइब करना और बैल आइकॉन दबाना मत भूलिए रेसिपी बैक ओं कि वेलकम बैक ताकि समेत अनेक फॉरेंसिक साइकैटरिस्ट जिन्होंने बहुत ही दीप किताब लिखी है जिसका नाम है डेंजरस माइंस इस बार उन्होंने 10 ऐसे लोगों की जिंदगी कार्यालय से की है जो सेक्स और प्रिंटर्स है साइकोपैथ है सीरियल किलर्स है इनमें से सब
लोग अलग-अलग तरह के साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स का शिकार है जैसे के डिविजनल रिस्पोंड कि जो फ्री नया बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर बाइपोलर डिसऑर्डर एंटीसोशल पर्सनालिटी डिसऑर्डर नार्सिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर और पैरानॉइड पर्सनैलिटी डिसऑर्डर अगले कुछ मिनट आप लोगों के लिए बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट होने वाले हैं क्योंकि हम लोग इन्हें सी बीमारियों के बारे में बात करेंगे और किस तरह के डिसओर्डर एक शख्स को सोशल वियर लुक कर देते हैं और एक पिंच uie एक क्रिमिनल बना देते हैं तो सबसे पहले स्टार्ट करते हैं कैसे डिपाजिट के साथ एक
ऐसी बीमारी के साथ जो सबसे ज्यादा कांपलेक्स और मिसअंडरस्टूड है यह वह शांति बीमारी है जो हमारे यहां जबकि कि इस हो जाती है तो ज्यादातर लोग यह गुमान करते हैं कि इसको जिंजर बढ़ गए हैं इसके ऊपर कोई साया है कि ऐसा बिल्कुल नहीं होता इस बीमारी का नाम है इसके डू फ्री हुआ था कि डो प्रीमियर दोस्तों एक ऐसा साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर जिसमें उस टॉपिक को रियल और इन रियल यानि कि मौजूद और गैरमौजूद का फर्क ही बिल्कुल खत्म हो जाता है उस शख्स की सोचने-समझने की ताकत बिल्कुल मामू हो जाती है इन फैक्ट जो प्रीमियर का सबसे पहला symptom है यह डिस्टरबेंस इन थॉट्स एंड
अटेंशन इंसान की थॉट्स फॉर रिवेंज पुलिस की गुफ्तगू का कोई पैटर्न ही नहीं रहता उस जब भी गुफ़्तगू करता है बातचीत करता है तो एक से दूसरे और दूसरे से तीसरे टॉपिक पर ऐसे ही चला जाता है विदाउट एनी कनेक्शन और रिलेशनशिप बिटवीन द इस बात का अंदाजा आपको इस पैराग्राफ को पढ़कर हो जाएगा युक्त जो प्रेमियों के मरीज की स्पीड से एक्सट्रेक्ट किया गया है नहीं उर्दू में ट्रांसलेट भी कर देता हूं अगर चीजें जरा आपके गिर्द गर्दिश के हवाले से तब्दील हो जाती हैं और हर चीज का वक्त हो जाता है मैं पिछली दो कांग्रेस का हवाला दे रहा हूं जब मैंने कुछ रिमार्क्ड यह जो हक की
भी जांच-पड़ताल करते थे और एक और बात है जो मेरी बेटी से ताल्लुक रखती है उसका नीचे से कान मोड़ा हुआ है मॉम शुरुआत फर्क सब्सिडीज दिवालियापन और 1000 बिल्डिंग डोंट कॉल मी स्टॉक्स मौसम तिजारत और हुकूमत और इलेक्ट्रॉनिक्स में फ्यूज की वजह से भी बहुत तोड़फोड़ है इन मस्सों हाथ में दूध शरबत और दिगर मछुआरों में रेयर इस्तमाल सुविधा और मना है तमाम साफ कार्य हाथों को हकिकत आयु नहीं करना चाहिए साइकॉलजी की सभा में इसको कहते हैं वर्ड चाइल्ड इतना पीएम को एक्सपीरियंस होता है क्योंकि जो फ्री के ज्यादातर पेशंट होते हैं उनकी उम्र होती है 15 से 25 साल मींस
तैयार वेरी यंग पीपल और जब कोई भी बंदा इस तरह से बातचीत कर रहा होता है तो लोग अनफॉर्चूनेटली उसको पागल कहकर उसका मजाक उड़ाते हैं दूसरा बहुत मेजर सिम्टम्स अफ्रीका हेलो सिलेक्शंस यह वही सिम्टम्स इसको लोग कहते हैं कि शख्स के ऊपर कोई त्यौहार के पास कोई मोड़कर है लोशन बेसिकली वह चीज होती है जो रियालिटी में मौजूद नहीं होती लेकिन उस शख्स को जो इस बीमारी से जूझ रहा होता है उसको दिखाई देती है और सुनाई देती है कैलीबरेशन पर बहुत तरक्की होती है यह के विरुद्ध हल्लुसीनेशंस किड्स प्रीमियर का मरीज अक्सर आपको यह कहेगा कि यह देखो सामने कोई
शख्स बैठा हुआ है यह कोई बिल्ली जा रही है जबकि सामने कोई भी मौजूद नहीं होता एक और तरह की हल्लुसीनेशन होती है जिसको कहते हैं और डिग्री सेल्सिय नेशंस सिर्फ प्रिया के मरीज़ को आवाजें सुनाई देती है उसके तमाम के अंदर और दिमाग के बाहर उसे लगता है कि कोई शख्स से बातें करना चाह रहा है वहीं कुछ कहना चाह रहा है जबकि रियालिटी में ऐसा कुछ भी नहीं होता इसकी मिसाल आप इस विडियो से समझाएं जिसमें साइकैटरिस्ट एक ऐसे मरीज के साथ बात कर रहा है जो ऑडिटरी हल्लुसीनेशंस का शिकार है स्पीड से हुई है दूसरा स्लो वर्क हां जान सुलभ आंदोलन के प्रणेता थे
कि प्रतिभाओं को मैं स्मोकिंग – लखीमपुरखीरी ऊंचा लेंगे और आप अ में अनुपम शुक्ला जी है तैसे ही सब्सक्राइब है स्क्रीन म प ध नि फ्रेंड्स प्रोविडेंट फंड नाइट मी A1 प्लस एप ए मोर धुंध अ ये सुन्नत ट्रेंड संध्या विशिष्ट तिरुवनंतपुरम अ थे रीमेंस आफ विमेन तुम नैना अ के अनुपात से फॉर सिस्टर फिर से कम फ्रॉम मैं जयपुर क्लास ग्राम पिसी सौंफ इस लगाया था उसी लुट मैं जस्ट आफ्टर थे नेशन ओं
है कि शिक्षा में लिप्त व्यक्तियों काव्य Tubelight सिंह राठौर ए को म्यूट छोटे हुए भक्षण अवधेश है कि ही वृक्ष अब इसे टेस्ट सीरीज में वॉयसेस आफ थॉट्स ई वंट बे आर्म्ड फोर्सज चाहिए 98100 मैं दुसरे हो सावन मास की फ्रंट अश्लील डांस करना स्पेस एंड सेंड ए का पुतला वेरी राइट साइड इफेक्ट सुबह अ के अंदर पॉइंट्स दिसावर सीट कंफर्मेशन यह फोन उस तरफ साईं राम मंदिर और अपने दोस्तों इस तरफ और कह रही थी कि उसे
आवाजें सुनाई देती है उसके दिमाग के अंदर जिसमें पॉजिटिव ओर नेगेटिव एक और बहुत ही मेजर मशहूर डिस्ट्रीब्यूशन के साथ यह है कि जिन लोगों को भी ऐसी हवा से आती हैं वह अक्सर औकात उनको मनमोहन तस्लीम कर लेते हैं उन आवाजों के ऊपर एडिट करना शुरू कर देते हैं एंड कमेंट मोंटे वॉल्श क्राइम्स कुछ ऐसे जॉइंट कर बैठते हैं जिनका कोई मकसद नहीं होता जैसे कि मैंने आपको वीडियो के स्टार्ट में बताया आपने अखबारों में भी देखा होगा टीवी में भी देखा होगा अक्सर ऐसी न्यूज़ आती है किसी भी शख्स ने अपनी फैमिली को मार दिया अपने बीवी बच्चों को मार दिया अपने मां बाप को मार दिया इस तरह
के इसके डू फ्रीक को कहते हैं पैरंट्स किड्स आफ इंडिया थे जब उनसे पूछा जाता है कि ऐसा क्यों किया तो उनके पास कोई भी सॉलिड ब्रीज़र नहीं होती या फिर उसे स्प यह कहते हैं कि उनको किसी ने ऐसा करने ने कहा था जैसे कि बुरारी डेथ में हुआ जिसमें एक शख्स ने अपने 11 फैमिली मेंबर्स को सुसाइड करने पर मजबूर कर दिया इसी तरह इन पेशंट को गोल्फ है लोशन हुई होती है जिनको हर वक्त बू आती रहती है या तो गोश्त की या फिर यूरिन की ऐसे ही टेक्सटाइल हल्लुसीनेशंस होती है जिन मरीजों को लगता है कि हर वक्त इनके हाथ यह जिस्म पर कोई चीज चल रही है इसलिए इसको बहुत ही खतरनाक
बीमारी कहते हैं और स्किजोफ्रेनिया एक बहुत ही मेनली बनती है बिहाइंड द मेकिंग ऑफ अस साइकोपैथ सिमिलरली सीरियल किलर साइकोपैथ और सेक्स ऑफेंडर से और दिमागी बीमारी का शिकार होते हैं जिसको कहते हैं डिवोशनल डिसओर्डर यानि के फॉल्स बिलीफएस इस तरह के लोग ऐसी चीजों पर बिलीव रखते हैं जिसका असलियत CR रियालिटी से कोई ताल्लुक ही नहीं होता और इस अ इस तरह के लोग समझते हैं कि वह हिटलर है वह बराक ओबामा है वह इमरान खान है वह नुस्खे है यह कोई प्रॉफिट है कोई समस्याएं इसके अलावा डिविजनल डिसओनर में और अजीबोगरीब थी तोती जिसको कहते हैं थॉट ब्रॉडकास्ट ऐसे लोग
समझते हैं कि जो लोग वह सोच रहे हैं वह लोगों तक ब्राडकास्ट ओर है मतलब के लोग उनकी सोच को सुन सकते हैं इसीलिए उनको हर वक़्त डर लगा रहता है कि लोग उनकी बातें सुन रहे हैं उनकी सोच लोगों तक पहुंच रही है ऐसी ही एक और डिविजन होती जिसको कहते हैं डिवीज़न ऑफ़ कॉन्स्टिट्यूशन ऐसे लोगों को हर वक़्त डर लगा रहता है कि कोई उनको मारना चाहता है कि वह उनके दोस्त यार उनके अपने रिलेटिव्स उनको जहर देकर या किसी भी तरीके से मार देना चाहते हैं उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं कोई ना कोई उनके बारे में कुछ गलत बात कर रहा है यह बात और को इतना रिच इतना तंग कर देती है कि वह
वेंचुरी सीरियल किलर्स बन जाते हैं यह सेक्स ऑफेंडर्स बनकर सामने आते हैं इसी तरह देखने में यह आया कि इस तरह के डेंजरस माइंस जो इस तरह के बल धौंस कमेंट करते हैं वह टीम सोशल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर का भी शिकार होते हैं जिन उनका बे डिंपल से होता है वह सोशल यह लूप होते हैं लोग दूर भागते हैं ज्यादा इसको फोल्ड करते हैं और अपने साथ ही रहना पसंद करते हैं अपने आप से बातें करते हैं अपनी सोच में डूबे रहते हैं इस डिपो होल्डर को आपने इंट्रोवर्ट से कंफ्यूज नहीं करना क्योंकि एंटीसोशल पर्सनालिटी डिसार्डर वाले लोग बहुत ही ग्लास होते हैं थे डिस्टिक ठाट सोशल
नॉर्म्स इन पीपल बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर और बाइपोलर डिसऑर्डर ईद मेजर वजन नजर आती है ऐसे साइकोपैथिक बिहेवियर के पीछे बीच सॉर्ट आफ पीपल सफर फ्रॉम क्रॉनिक इंस्टेबिलिटी आफ मूड इन के मूड में बहुत ज्यादा फ्लकचुएशन लूंगी कभी तो बहुत ज्यादा खुश बहुत कह लगाएंगे देओल भी और टॉप क्लाउड नाइन और कभी इतने उदास हो जाएंगे इतनी डिप्रेस हो जाएंगे फिर होना शुरू कर देंगे ऐसे लोग बहुत पसंद का भी शिकार होते हैं इस कॉर्नर से जब भी कहते हैं उसके इलावा यह लोग ज्यादातर दूसरों पर प्रेस भी नहीं करते जिसको पैरानॉइड पर्सनालिटी डिसॉर्डर भी कहते हैं दोस्तों
कि आप जानते हैं कि इन सब रिस्पांडर्स के बारे में सबसे पेनफुल बात किया है पहली तो यह कि इंसान की यूथ में यानी कि उसकी जवानी के अंदर ओरिजनेट होती है और उसकी पूरी जिंदगी के ऊपर अपना गलबासित कर लेती उसकी जिंदगी को बर्बाद कर देती है और दूसरा यह थे सोसाइटल पॉइंट ऑफ व्यू से ही बीमारियां अभी भी टैबू है के दिन हॉटस्पॉट ऑफ द वर्ल्ड अगर किसी शख्स को कोई नश्यति बीमारी होती है पहले तो उसको उसको पता ही नहीं लगता और अगर लग भी जाए तो वह दुनियां वालों को बता नहीं सकता क्योंकि लोग उसको पागल कहेंगे तो दोस्तों यह तो थी डेंजरस माइंस के हवाले से बात को के लिए आपको समझ
आ गया होगा कि किस तरीके से के साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स इंसान को एक्सट्रीमिस्ट बना लेते हैं अपने ही लोगों पर मिसक्रेंट करने पर मजबूर कर देते हैं एन वेंचुरी इसलिए टू अब ब्रूटल क्राइम अब दोस्तों बात करते हैं कि ट्रेड के जींस की इन्हें क्यों यूनिवर्सिटी और एयरलाइंस को टारगेट किया था उसकी बहुत ही अनुसार और इंट्रस्टिंग वजह है उसके मुताबिक है जो इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन है इसलिए इंसान को मस्जिद परेशान कर दिया है उसको न्यूमरस बना दिया है मटीरियल लिस्ट बना दिया है वह ऐसी चीजों के पीछे भाग रहा है जिसका कोई एंड नहीं है लिहाजा इसका इक्विलिब्रियम और
बैलेंस मेंटेन करने के लिए हमें इन सब मॉड इन चीजों को डिस्ट्रॉयर करना होगा ताकि फिर इंसानियत वहीं से स्टार्ट हो यहां से उसने शुरुआत की थी तो यह तो थी स्टैंड के जींस की सोच चाहत कुछ लोग इसे अग्रि भी करें लेकिन हमारा यह मतलब नहीं है कि वह सही था या गलत मैसेजेस पर हमारे लिए यह है कि हमें अपने आसपास लोगों का ख्याल रखना चाहिए कि लीफ और मेंटल हेल्थ लोगों से पूछते रहे इस साइकोलॉजी के लिए आधे ओके और नोट मॉडर्न दुनिया में बहुत से लोग डिप्रेशन का शिकार है डिप्रेशन के नीटू फॉर द लिबरेशन ऑफ मेंटल हेल्थ स्पेसशिप लोगों के लिए यह है कि उन लोगों को सपोर्ट
करें हुआ और डिस्टर्ब चाइल्ड जिनकी ब्रोकन फैमिली ही बचपन में क्योंकि ज्यादातर यह तो साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स होते हैं धुंध ड्यूरिंग चाइल्डहुड तो कोशिश करें कि आप अपने बच्चों को और अपने आस पास जितने भी आपके छोटे बच्चे हैं उनको बेहतरीन बचपन में वीडियो पसंद आया तो लाइक बटन जरूर प्रेस कीजिए का यौनिक टाइम गुड बाय