Mindset by Carol Dweck – Leonardo Da Vinci by Walter Isaacson – Shikwa Jawab-e-Shikwa – Sir Syed

दोस्तों जिंदगी में हम लोग कितने कामयाब होंगे इसका एक बहुत ही गहरा ताल्लुक होता है हमारे माइंडसेट से अगर हमारा पॉजिटिव माइंडसेट होता है तो वो हमारी सक्सेस में एक बहुत ही इंपॉर्टेंट इनग्रेडिएंट होता है इसी तरह अगर हमारा माइंडसेट नेगेटिव है तो वो हमें आहिस्ता आहिस्ता नीचे ले जाता है इसी हवाले से डेकर्स ऑफ रिसर्च के बाद वर्ल्ड रिनाउंस स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के साइकोलॉजिस्ट केल्ड डुएट ने पथ ब्रेकिंग बुक लिखी है जिसका टाइटल ही है माइंडसेट इस बुक में वह primaryli दो तरह के माइंडसेट्स के बारे में बात करती हैं एक है फिक्स माइंड सेट और दूसरा है ग्रोथ

माइंड सेट फिक्स्ड यह समझता है की हम जिन एबिलिटीज के साथ पैदा होते हैं जो हमारी कैपेबिलिटीज है जो भी हमारे टैलेंट्स हैं वो फिक्स है हम कुछ नया लर्न नहीं कर सकते इसी वजह से इस तरह के लोग एक पॉइंट पर आकर जिंदगी में प्लेटो कर जाते हैं वो आगे ग्रो नहीं कर पाते क्योंकि उनका जहां फिक्स होता है इसी तरह दूसरी तरफ होते हैं जो कहते हैं की हम अपने टैलेंट को नर्चर कर सकते हैं अपने कैपेबिलिटीज एबिलिटीज को पॉलिश कर सकते हैं जिसकी वजह कंटिन्यू तू ग्रो इन लाइफ इसके अलावा यह जो माइंडसेट है ये सिर्फ इंडिविजुअल्स तक लिमिटेड नहीं होता बल्कि ग्रुप

ऑर्गेनाइजेशंस और नेशंस में भी पेनिट्रेट करता है सो अगर किसी भी कॉम ने किसी भी ग्रुप ने तरक्की हासिल करनी है तो उनका कल्चर ऐसा होना चाहिए की वो इस्तेमाल ही तौर पे कलेक्टिवली ग्रोथ माइंड सेट पर बिलीव करें लोग हमेशा बेहतर से बेहतर की तलाश में रहे यही माइंडसेट ऐवेंंचुअली इंडिविजुअल्स को और kaumon को पार लगा देता है सो इस सवाल से ये किताब माइंडसेट एक बेहतरीन रीड है इसको आप जरूर padhiyega यह आपको कॉग्निटिवली पर्सनली और प्रोफेशनली ग्रो करने में बहुत मदद देगी जनाब जो दूसरे किताबें आज मेरे पास वो है अबाउट वैन ऑफ माय फेवरेट पर्सनेलिटीज इन

इंडो पाक हिस्ट्री और वो है सर सैयद और इस किताब का नाम है मुताले सर सैयद सर सैयद अहमद खान ने बहुत बड़े स्टॉल वर्ल्ड द एक कमल के स्कॉलर द इस किताब में इकराम चौक ताई ने अलग-अलग सरसे चुनार लोगों की सैयद के बारे में जो उनकी राय है उनको कवर किया है जैसे की उनकी सवाना है हयात सर सैयद का मजहबी शोर उनके उपकार उनके रिसाले tahjebul अखलाक की अहमियत और सबसे इंपॉर्टेंट सर सैयद अहमद खान की सोच सर सैयद अहमद खान की पैदाइश हुई 17 अक्टूबर 1817 में बसाने वाले मुसलमान की दिनी फिक्री तालिमी और एडवी तारीख में जिन शख्सियत ने सबसे ज्यादा इंपैक्ट छोड़ा सबसे ईआरपी असर

मुराद किया उनमें सर सैयद का नुमाया मुकाम है उन्होंने मगरिब की तरक्की की वजह का बागौर mutaalia किया और उसके एनालिसिस के बाद उन्होंने मुसलमान के लिए एक ऐसी राम mutayan की जिस पर ishtkamat से चलते हुए वो अपने makashit को पूरा कर लेते का चोली दमन का साथ था और यही बात है उनकी पर्सनैलिटी की जो मुझे सबसे बेहतरीन लगती है वो हमेशा इल्म और इनलाइटेड सोच की बात करते द जिसकी सबसे बड़ी मिसाल है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी सर सेकंड ने जब 18 75 में से एस्टेब्लिश किया उसे वक्त इसका नाम था मोहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज सर सैयद

अहमद खान की सोच आज भी जिंदा है और उन्हें ट्रिब्यूट देने के लिए लास्ट ईयर गवर्नमेंट ऑफ पाकिस्तान ने जो 75 का नोट निकाला था उसमें उनकी तस्वीर भी आवाज है सर सैयद की जिंदगी से उनकी सोच से हम लोग बहुत कुछ सिख सकते हैं और अगर आप उनकी शख्सियत के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं तो mutaalia सर सैयद एक बेहतरीन किताबें दोस्तों 15 सेंचुरी में यूरोप में एक ऐसा पॉलिमर पैदा हुआ जिसने अपनी पेंटिंग्स के जरिए अपनी इंजीनियरिंग के जरिए अपनी स्केचेस के जरिए पुरी दुनिया में अपना नाम बनाया इस सेक्स का नाम है लियोनार्डो दा विंची और इसी के ऊपर आज की

हमारी पहली किताब है जो की है वाटर इस एक्शन की बायोग्राफी ऑन लियोनार्डो दा विंची वैन ऑफ डी बेस्ट बुक्स यू विल फाइंड ऑन दिस ग्रेट जीनियस वाटर इस एक्शन दोस्तों जो किताब लिखता है आप उससे वैसे ही खरीदी करें बिकॉज ही इस इजीली डी बेस्ट बाय अगर फिर इन डी वर्ल्ड टुडे यह किताब भी उसका एक रिमरकेबल कम है जिसमें तो आपको ट्रांसपोर्ट कर देता है इन डी 15 सेंचुरी और आप चले जाते हैं उन waqton में जब लियोनार्डो दा विंची जिंदा था लियोनार्डो एक जीनियस था एक पॉलिमा था जिसने पुरी दुनिया में शोहरत हासिल की अपनी दो पेंटिंग्स की वजह से एक डी लास्ट सफर और

दूसरी है मोना लीसा उसके पास इतनी जबरदस्त कला थी इतना जबरदस्त होना था उसके कम में इतना फिनिश था की आपको उसमें आठ भी नजर आती है साइंस भी और इंजीनियरिंग भी इस किताब में वाटर इस एक्शन ने उसकी पुरी जिंदगी की जर्नी को कवर किया है उसकी पर्सनल लाइफ किस तरीके से उसने पहली दफा डिस्कवर किया की वो पेंट कर सकता है उसके इंजीनियरिंग का कम उसकी इन्नोवेटिव थिंकिंग और उसका ऑब्जेक्टिव नेचर देखिए माय डियर फ्रेंड्स एक बात को आपने लाजमी समझना है मेरा मुशायरा यह कहता है मेरा ऑब्जर्वेशन और एक्सपीरियंस से कहता है की जब तक आपको जिंदगी में किसी चीज को

ऑब्सेशन नहीं है मडनेस नहीं है उसके बारे में आप पैशनेट नहीं है तब तक आप उसे कम में कभी भी एक्सीलेंस को टच नहीं कर सकते लिहाज अगर आपने किसी भी कम को तू डी लेवल ऑफ एक्सीलेंस लेकर जाना है तो आपको उसके बारे में ऑब्सेसिव होना पड़ेगा और लियोनार्डो दा विंची ऐसा ही एक शख्स था अगर आप लोग कभी पैरिस जाएं तो मोनालिसा को जरूर देखिएगा देखने में वो आपको एक औरत की मामूली सी पेंटिंग लगेगी लेकिन उसके अंदर जो कलर्स हैं उसकी जो फुल है उसे पेंटिंग का जो एसेंस है वो उसके बाद दोबारा या नहीं गया डेट इस वही इट इसे वैन ऑफ डी मोस्ट एक्सपेंसिव पीस ऑफ आर्ट एवर मेड

मेरा जो पर्सनल फेवरेट कम है लियोनार्डो का वो है क्या ही कमल की ड्राइंग है अब लैंड ऑफ आर्ट एंड साइंस मुझे vithrovan बहुत ही mismatical उर्स से भरा हुआ लगता है सो इफ यू वांट तू नो इन डेप्थ अबाउट हु यू नॉट अंडर डी विंची वाज तो वाटर एक्शन की ये बायोग्राफी आपने लास्ट भी पढ़नी है और मुझे आपने मैसेज करके जरूर बताना है की आपको लियोनार्डो का कौन सा कम सबसे ज्यादा पसंद है अज़ीज़ आने मैन दूसरी किताब की तरफ बढ़ाने से पहले मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं मेरी जिंदगी में पिछले दो से तीन साल में एक मेजर ट्रांसफॉर्मेशन आई है

इन टर्म्स ऑफ माय विज़न एंड लाइफ और इसके एक बहुत ही मेजर इनग्रेडिएंट एक बहुत ही मेजर इंपिटस उसे चीज को मिला है अल्लामा इक़बाल साहब से उनकी नस और शायरी ने मेरी जिंदगी बदल के रख दी है एक बालियां हमारे मुल्क के पास हमारे लोगों के पास हमारी कॉम के पास वो आशा सा है वो गोल्डमैन है जिसका इस्तेमाल करके हम लोग प्रोस्पेरिटी के रास्ते पर चल सकते हैं इसी हवाले से जो आज हमारी दूसरी किताब है वो है एक बाल साहब की दो कमल की nazmo के बारे में और इसका नाम है शेरे शिकवा और जवाब दे शिकवा ये वो दो नज्में हैं जो कलेक्टिवली हमारी पुरी कॉम को पढ़नी चाहिए क्योंकि इनके

अंदर एक ऐसा गहरा मैसेज छुपा हुआ है जिसके अंदर बहुत सी लर्निंग है अक्सर लोगों को यह दोनों नज्में काफी मुश्किल लगती हैं और इसी का सॉल्यूशन ये किताब है जिसमें इन दोनों नज्म को बहुत ही आसान तरीके से समझाया गया है इनकी तस्वीर की गई है यह हमारे पर लाजिम है क्या मैं इक़बाल साहब की शायरी उनकी नज्में और उनके नस का बहुत जायजा लें उसको भरपूर तरीके से समझे क्योंकि इनके अंदर छुपा हुआ मैसेज इतना पाप होल उसके अंदर इतनी ताकत है की वो हमारे कॉम की तकदीर बदल सकता है

en_USEnglish